सिंधिया ने किया एनएमडीसी के नए लोगो का अनावरण

 

दिल्ली, 04 अगस्त| भारत के सबसे बड़े लौह अयस्क उत्पादक (आयरन ओर प्रोड्युसर) एनएमडीसी ने दिल्ली में अपने नए लोगो का अनावरण किया, जो ज़िम्मेदाराना खनन के लिए सीपीएसई के समर्पण की पुष्टि करता है। केंद्रीय नागरिक उड्डयन एवं स्टील मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने इस नए लोगो का अनावरण किया। नया लोगो लगातार दो वित्तीय वर्षों में 40 मिलियन टन का रिकॉर्ड उत्पादन हासिल करने के बाद कंपनी के भावी पैमाने एवं क्षमता को दर्शाता है। स्मार्ट खनन के लिए सशक्त डिजिटल योजनाओं के साथ एनएमडीसी, एनएमडीसी 2.0 में प्रवेश करते हुए अपनी प्रमुख विज़ुअल पहचान को नया आयाम दे रही है। इस अवसर पर श्री सिंधिया ने कहा, ‘‘आज एनडीसी के नए लोगो का अनावरण हुआ है, यह अवसर मुझे भारत की उल्लेखनीय यात्रा की याद दिलाता है, जब हमने आज़ादी के बाद बाहरी स्रोतों पर निर्भरता कम कर आत्मनिर्भर बनने के प्रयास शुरू किए। आज सही मायनों में भारत अपने खुद के विकास का ज़िम्मेदार हितधारक बन गया है। इस बदलावकारी यात्रा के दौरान एनएमडीसी ने देश के सबसे बड़े लौह अयस्क उत्पादक के रूप में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है और 40 मिलियन टन के सालाना आउटपुट के साथ भारत के लौह अयस्क उत्पादन में तकरीबन 16 फीसदी योगदान दिया है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘यह नया लोगो सिर्फ एक विज़ुअल बदलाव से कहीं बढ़कर है, इसमें भारत को स्थायित्व के पथ पर अग्रसर करने की दिशा में एनएमडीसी की भूमिका का सार निहित है। प्रकृति को महत्व देते हुए, एनएमडीसी सद्भाव एवं ज़िम्मेदारी के साथ अपने संचालन को अंजाम देती है। इस खास मौके पर मैं एनएमडीसी की टीम को बधाई देना चाहता हूं। स्थायित्व के ये प्रयास आने वाले सालों में कंपनी के पथ को नई परिभाषा देंगे।’’ इस अवसर पर स्टील सचिव नागेन्द्र नाथ सिन्हा ने कहा, ‘‘आज का दिन बेहद खास है क्योंकि एनएमडीसी ने अपने ओद्यौगिक संचालन के दायरे से आगे बढ़कर प्रकृति के साथ तालमेल बनाए रखते हुए एक बदलावकारी यात्रा की शुरूआत की है। अपने इस दृष्टिकोण के साथ एनएमडीसी राष्ट्रीय स्टील नीति 2030 के लक्ष्यों को पूरा करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है। साथ ही भारत के आर्थिक विकास में भी उल्लेखनीय योगदान दे रही है। स्थायित्व के लिए एनएमडीसी की प्रतिबद्धता की पुष्टि 2017 के बाद से इसकी स्थायित्व रिपोर्ट्स के प्रकाशन से होती है, जिसे तय विनियमों से पहले ही शुरू कर दिया गया। मुझे विश्वास है कि एनएमडीसी भविष्य में भी पर्यावरण स्थायित्व की दिशा में अपने सजग प्रयासों को जारी रखेगी। इस प्रेरक पथ पर बढ़ने तथा हरित एवं अधिक महत्वाकांक्षी भविष्य हेतु नए मानक स्थापित करने के लिए एनएमडीसी को बहुत-बहुत शुभकामनाएं।’’ एनएमडीसी के सीएमडी अमिताव मुखर्जी ने एनएमडीसी की नई पहचान पर उत्साह व्यक्त करते हुए कहा, ‘‘हमारा यह नया लोगो एमएमडीसी के एनएमडीसी 2.0 दृष्टिकोण की अभिव्यक्ति करता है। अपनी धरोहर को बनाए रखते हुए हमने खनिजों के खनन चक्र में ब्लू कॉग को बरक़रार रखा है, जो पिछले दशकों में हमारे द्वारा अर्जित किए गए भरोसे का प्रतीक है। हमारी धरोहर मजबूत है और हम इसे गर्व के साथ आगे बढ़ा रहे हैं। लोगो के बीचों-बीच धरती को झुलाता एक हाथ दिखाई देगा, जो स्थायी एवं ज़िम्मेदाराना खनन के लिए हमारी प्रतिबद्धता को दर्शाता है। इसी तरह जीवंत हरा रंग विकास, नवीनीकरण तथा प्रकृति के साथ तालमेल का प्रतीक है। भविष्य की ओर बढ़ते हुए हमने इस धरती को हरित एवं स्वच्छ बनाने का लक्ष्य तय किया है, जिसमें हमारे सभी हितधारक- हमारे उपभोक्ता, शेयरधारक, कर्मचारी, स्थानीय समुदाय, सरकार, समाज और पर्यावरण ज़िम्मेदारी के साथ अपनी भूमिका निभाएंगे।’’

एनएमडीसी का नया लोगो एनएमडीसी की पिछली उपलब्धियों, मौजूदा प्रतिबद्धताओं और भावी महत्वाकांक्षाओं को दर्शाता है। यह इनोवेशन और स्थायित्व से प्रेरित कंपनी के सशक्त भविष्य की अभिव्यक्ति करता है। एनएमडीसी आने वाले कल की चुनौतियों का सामना करने तथा खनन उद्योग में नए बेंचमार्क स्थापित करने के लिए प्रतिबद्ध है।