भोपाल(Jan prachar.com)। किसी दूसरे राज्य के फोटो का खरगोन के दंगों से जोड़कर सोशल मीडिया में प्रचारित करना पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह का महंगा पड़ा। भाजपा ने उनके इस कृत्य पर हमलावर का रुख अपनाते हुए सड़क पर उतरने की चेतावनी दे डाली। वहीं दिग्विजय सिंह के कारनामे ने प्रदेश कांग्रेस को बैकफुट पर ला दिया।
पूर्व मुख्यमंत्री के झूठ का पर्दाफाश सबसे पहले भोपाल से हुजूर क्षेत्र के विधायक रामेश्वर शर्मा ने किया। उन्होंने अल सुबह पूर्व मुख्यमंत्री द्वारा वायरल किए गए फोटो को गलत बताया। इसके बाद दिग्विजय सिंह ने फोटो डिलीट कर दिया लेकिन वह ट्रोल होने से नहीं बच सके। दोपहर होते तक इस मामले को लेकर सियासत गरमा गई। भाजपा हमलावर की भूमिका में तो कांग्रेस बैकफुट पर नजर आई।
भाजपा प्रदेशाध्यक्ष विष्णुदत्त शर्मा ने कहा कि दिग्विजय सिंह प्रदेश में धार्मिक उन्माद फैलाना चाहते है, इस मंशा से वे लगातार यह प्रयास करते रहते है कि प्रदेश का वातावरण कैसे बिगाड़ा जा सकता है। खरगौन घटना पर जिस तरह दिग्विजय सिंह ने वातावरण बिगड़ने के लिए ट्वीट किए और फि र उन्हें तत्काल बाद उसको डिलीट करना यह एक सोची-समझी रणनीति है। दिग्विजय सिंह के द्वारा किया गया यह प्रयास अत्यंत दुर्भाग्यजनक है। भाजपा प्रदेशाध्यक्ष ने दिग्विजय के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग भी की।
सड़कों पर उतरेगी भाजपा
भाजपा प्रदेशाध्यक्ष ने कहा कि दिग्विजय सिंह के इस झूठ और छल कपट की राजनीति के खिलाफ भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ता सड़कों पर उतरकर विरोध दर्ज करेंगे। श्री शर्मा के इस बयान के बाद भाजयुमो के कार्यकर्ताओं ने बैतूल में प्रदर्शन भी किया। मोर्चा प्रदेशाध्यक्ष वैभव पंवार ने बैतूल कोतवाली थाने पहुंचकर कांग्रेस नेता के खिलाफ ज्ञापन सौंपा। पवार ने कहा कि कांग्रेस की प्रवृत्ति ही दंगा और अराजकता फैलाने की रही है। इतिहास बताता है कि देश में जितने भी दंगे हुए उनका कांग्रेस से कहीं न कहीं संबंध रहा है।
मंत्रियों ने भी साधा निशाना
प्रदेश सरकार के मंत्री कमल पटेल,भूपेंद्र सिंह,विश्वास सारंग ने भी पूर्व मुख्यमंत्री के उक्त कृत्य के लिए उनपर जमकर निशाना साधा। भूपेंद्र सिंह ने कहा कि दिग्विजय सिंह के भड़काऊ ट्वीट में कुछ भी अप्रत्याशित नहीं है। सामाजिक समरसता को छिन्न-भिन्न करना कांग्रेस की संस्कृति का परिचायक और अभिन्न अंग है। दिग्विजय सिंह प्रदेश का सौहार्द बिगाड़ने के कितने भी कुत्सित प्रयास कर लें,वह अपने मंसूबे में सफल नहीं होंगे। कृषि मंत्री कमल पटेल भी इस कांग्रेस नेता के ट्वीट को लेकर आक्रोशित रहे। उन्होंने न केवल दिग्विजय सिंह बल्कि कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी पर भी निशाना साधा व उनके ट्वीट पर पलटवार कर करारा जवाब भी दिया। बताया जाता है कि पटेल ने खरगोन पहुंचने की तैयारी भी कर ली थी,लेकिन ऐन वक्त पर उनका दौरा निरस्त हुआ। इधर,भाजपा महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने भी पूर्व मुख्यमंत्री को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि 10 साल तक मुख्यमंत्री रहे दिग्विजय सिंह के इस कृत्य की मैं कड़ी निंदा करता हूं। वह अलगाववाद पैदा करना चाहते हैं।
शिकायत दर्ज कराने पहुंचा प्रतिनिधिमंडल
दोपहर में भाजपा के एक प्रतिनिधिमंडल ने जिला अपराध शाखा पहुंचकर आपराधिक प्रकरण कायम किए जाने की मांग की। इस प्रतिनिधिमंडल में पार्टी के प्रदेश उपाध्यक्ष आलोक शर्मा,श्रीमती सीमा सिंह जादौन, प्रदेश मंत्री राहुल कोठारी, विधायक रामेश्वर शर्मा , जिला अध्यक्ष सुमित पचौरी, रविन्द्र यति, किशन सूर्यवंशी आदि शामिल थे।
कांग्रेस बैक फुट पर,विधायक ने मांगी सफाई
पार्टी प्रदेशाध्यक्ष कमलनाथ ने चुप्पी साध ली। वहीं परासिया से कांग्रेस के विधायक सोहन वाल्मीक ने दिग्विजय सिंह को आईना दिखाते हुए कहा कि उन्होंने जो आरोप लगाए यदि वे सहीं हैं तो प्रमाण दें।
वहीं पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने अपने खिलाफ आपराधिक मामला दर्ज होने के बाद तीन साल पुराने एक ट्वीट का हवाला देकर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह के खिलाफ आपराधिक मामला दर्ज करने की मांग की। उन्होंने इस संबंध में भोपाल पुलिस आयुक्त को एक पत्र भी लिखा।