राजस्व विभाग की रैंकिंग, वसूली में सिंगरौली, वेब GIS में बैतूल अव्वल

भोपाल

राजस्व विभाग ने रेवेन्यू और आरसीएमएस सहित विभिन्न कामों की प्रगति को लेकर जिलों की रैंकिग जारी की है। राजस्व के कामों में छोटे जिलों ने बाजी मारी है। रेवेन्यू वसूली में जहां सिंगरौली जिला अव्वल रहा है वहीं डिजिटलीकरण के मामले में वेब जीआईएस में बैतूल जिला पूरे प्रदेश में सबसे आगे रहा।

राजस्व विभाग ने राजस्व वसूली, वेब जीआईएस, सीएम हेल्पलाईन, आरसीएमएस सहित विभिन्न कामों को लेकर जिलों की रैंकिंग जारी की है। सर्वाधिक चालीस प्रतिशत वसूली कर सिंगरौली जिला राजस्व वसूली में पूरे प्रदेश में अव्वल रहा है। वहीं वेब जीआईएस मे बीस प्रतिशत काम कर बैतूल जिला पूरे प्रदेश में अव्वल रहा है।

राजस्व विभाग ने जिलों की जो रैंकिंग की हैै उसमें राजस्व वसूली के मामले में सिंगरौली 40.1 प्रतिशत वसूली के साथ पहले नंबर पर है।25.89 फीसदी वसूली के साथ बैतूल दूसरे नंबर पर और उमरिया 16.86 प्रतिशत वसूली के साथ तीसरे नंबर पर है। वेब जीआईएस जियो टैगिंग करने के मामले में 20.03 प्रतिशत स्कोर के साथ बैतूल इस मामले में पहले नंबर पर है।

सीएम हेल्पलाईन के मामले निपटाने में हरदा जिला  11.57 प्रतिशत स्कोर के साथ पूरे प्रदेश में अव्वल है।  सिंगरौली 11.34 प्रतिशत स्कोर लेकर दूसरे स्थान पर है। छिंदवाड़ा 11.27 प्रतिशत काम कर तीसरे स्थान पर रहा है।

गिरदावरी के काम में शिवपुरी, टीकमगढ़ और अनूपपुर  4.99 स्कोर के साथ पहले स्थान पर है जबकि डिंडौरी, उमरिया, शहडोल, हरदा, मंडला, बालाघाट, जबलपुर, दमोह, नरसिंहपुर दूसरे स्थान पर रहे है। आरसीएमएस के काम में 17.28 फीसदी फीसदी स्कोर के साथ छिंदवाड़ा पहले स्थान पर है। नरसिंहपुर 16.88 प्रतिशत स्कोर अर्जित कर दूसरे स्थान पर है। सीएम किसान के मामले में बैतूल 4.97 स्कोर के साथ पहले नंबर पर है।

खराब प्रदर्शन
छतरपुर, छिंदवाड़ा, कटनी, मंदसौर, रीवा, सतना, सीहोर, सिवनी और श्योपुर का राजस्व वसूली में खराब प्रदर्शन रहा है। इसके चलते इनकी रैंकिंग नहीं की गई है। वहीं पन्ना और रायसेन को दो फीसदी अंक भी रैंकिंग में नहीं मिल पाए है। सीएम हेल्पलाईन में सीधी को केवल 9.47 प्रतिशत अंक मिले है। भिंड को 9.74, अशोकनगर को 9.78, पन्ना को 9.97 प्रतिशत अंक मिले है , ये सभी जिले सीएम हेल्पलाईन के मामलों के निपटारे में प्रदेश में सबसे पीछे रह गए है।