ऋषि सुनक ब्रिटेन के पीएम की रेस में पिछड़ जाएंगे? ‘बाहरी’ और ‘अमीरी’ बन रहे हैं बड़ा मुद्दा

लंदन
ऋषि सुनक बुधवार को कंजरवेटिव सांसदों के बीच हुए पांचवे और अंतिम दौड़ के मतदान में 137 वोटों के साथ ब्रिटेन के प्रधानमंत्री पद की दौर में सबसे आगे बने हुए हैं। वहीं उनकी प्रतिद्वंदी और बोरिस जॉनसन सरकार में विदेश मंत्री रही लिज ट्रस को 113 मत प्राप्त हुए। 103 मतों के साथ तीसरे स्थान पर रहीं पेनी मॉर्डेंट इस रेस से बाहर हो गई हैं।

अब क्या होगी आगे की प्रक्रिया
नियम के मुताबिक 5 सितंबर को होने वाले नए प्रधानमंत्री की घोषणा से पहले प्रथम दो स्थान पर  वाले दावेदारों के बीच टीवी पर आमने–सामने की बहस होगी साथ हीं कंजरवेटिव पार्टी के लगभग 1.6 लाख वोटर पोस्टल बैलेट से अब अपना नेता चुनेंगे। पार्टी वोटरों द्वारा जिनको नेता चुना जाएगा वहीं 5 सितंबर को ब्रिटेन के नए प्रधानमंत्री के रूप में शपथ लेंगे।

विदेशी मूल का होना ऋषि के राह में बन सकता है रोड़ा
ऋषि सुनक भारतीय मूल के हैं। विदेशी मूल का होने के कारण उनकी दावेदारी पर कई प्रश्नचिन्ह खड़े हो रहे हैं। ऋषि सुनक भारतीय उद्योगपति और आईटी कंपनी इंफोसिस के संस्थापक एन नारायण मूर्ति के दामाद हैं। उनकी पत्नी अक्षता मूर्ति के पास इंफोसिस के कई शेयर भी हैं जिसकी अनुमानित कीमत ब्रिटेन की महारानी की कुल संपत्ति से अधिक बताई जा रही है। हाल ही में ब्रिटेन में हुए कुछ सर्वे में ऋषि सुनक को लिज ट्रस के मुकाबले पिछड़ता हुआ दिखाया गया है। इस सर्वे में ऋषि सुनक के पिछड़ने की सबसे बड़ी वजह उनका विदेशी मूल का होना बताया जा रहा है। हाल ही में YouGov ने कंजरवेटिव पार्टी के 730 सदस्यों पर एक सर्वे किया जिसमें 62% लोगों ने लिज ट्रस कबसमर्थन किया जबकि ऋषि सुनक को 38% लोगों ने अपना समर्थन दिया है।

विदेशी मूल के विवादों का भारत से भी रहा है गहरा नाता
साल 2004 के लोकसभा चुनाव में कांग्रेस नीत संप्रग सरकार को बहुमत प्राप्त हुआ था। 145 सांसदों के साथ सोनिया गांधी के नेतृत्व वाली कांग्रेस सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी थी। प्रधानमंत्री पद के लिए सोनिया गांधी का नाम सबसे आगे चल रहा था। उस समय भी भाजपा सहित अन्य विपक्षी पार्टियों ने बड़े ही जोर–शोर से विदेशी मूल के होने के कारण सोनिया गांधी का विरोध किया था। अंत में कांग्रेस को सोनिया गांधी की जगह डॉ मनमोहन सिंह को प्रधानमंत्री बनाना पड़ा था।

पूर्व प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन का भी समर्थन लिज ट्रस के साथ
पूर्व प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन का मानना है कि उनके इस्तीफे का सबसे बड़ा कारण उनके ही वित्त मंत्री ऋषि सुनक रहे हैं। गौरतलब है कि जॉनसन सरकार से इस्तीफा देने वाले पहले मंत्री ऋषि सुनक हीं थे। मीडिया सूत्रों की मानें तो उन्होंने पार्टी का नेतृत्व हासिल करने की दौड़ में पिछड़ गए नेताओं से अपील की है कि वे पूर्व वित्त मंत्री ऋषि सुनक का समर्थन नहीं करें। मीडिया में कयास लगाए जा रहे हैं की बोरिस जॉनसन अपने मंत्रिमंडल में विदेश मंत्री रहीं लिज ट्रस को समर्थन देने के लिए इच्छुक हैं।